World TB Day: समझिए टीबी के लक्षण और जानें कुछ आयुर्वेदिक इलाज

World TB Day: समझिए टीबी के लक्षण और जानें कुछ आयुर्वेदिक इलाज

सेहतराग टीम

आज के समय में कई तरह की बीमारी फैल रही हैं, लेकिन टीबी उन सभी बीमारियों में से सबसे ज्यादा खतरनाक माना जाता है। ये जानलेवा बीमारी है। हर साल करीब 15 लाख लोगों की जान इस बीमारी से जाती है। टीबी भी एक संक्रामक रोग है जो ट्यूबरक्‍युलोसिस बैक्टीरिया की वजह से होता है। इस बीमारी में फेफड़े सबसे ज्यादा प्रभावित होता हैं। हालांकि कई बार इसका असर ब्रेन, यूट्रस, मुंह, लिवर, किडनी, गले में भी होता है। वैसे सबसे कॉमन यह बीमारी फेफड़ों का टीबी है। इसी के चलते इस रोग के प्रति जागरुक करने के लिए हर साल 24 मार्च को विश्व टीबी दिवस मनाया जाता है।

पढ़ें- शरीर को बीमारियों से बचाने के लिए करें गिलोय का सेवन, जानिए इसके फायदे और नुकसान

टीबी खतरनाक इसलिए है क्योंकि ये शरीर के जिस हिस्से में होता है। उसे बेकार कर देता है। इसलिए जरुरी है कि समय में इसके लक्षणों को पहचान कर इसका इलाज किया जा सके। जानिए टीबी की समस्या से निजात पाने के लिए आयुर्वेदिक उपाय।

टीबी के लक्षण (TB Symptoms in Hindi):

  • कई हफ्तों तक खांसी
  • रात में पसीना आना
  • बुख़ार रहना
  • थकावट होना
  • वजन घटना
  • सांस लेने में दिक्कत
  • भूख न लगना
  • ठंड लगना
  • लंबे समय तक खांसी की समस्या
  • एक्स-रे कराने पर फेफड़ों में दाग-छिद्र होना।

टीबी से निजात पाने के आयुर्वेदिक उपाय (Ayurvedic Remedies for TB in Hindi):

  • स्वाहारि गोल्ड का सेवन खाली पेट करे।
  • दिव्य पेय और स्वाहारि पिएं।
  • गर्म पानी में दिव्य धारा की कूछ बूंदे या फिर यूके लिपस्टिक और थोड़ी सी हल्दी डालकर इससे स्टीम लें। इसके अलावा अजवाइन सत, लौक, पिपरमिंट और यूके लिपस्टिक गर्म पानी में डालकर स्टीम लें।
  • श्वसारि खाली पेट दो गोली सुबह-शाम लें
  • लक्ष्मी विलास और संजीवनी खाने के बाद लें
  • अस्थमा के लिए स्वर्ण बसंत मालती लें
  • लहसुन, हल्दी, प्याज और अदरक का गाढ़ा पेस्ट बनाकर फेफड़े के ऊपर लगाकर किसी कपड़े से बांध लें।
  • दूध, हल्दी, च्यवनप्राश का सेवन करे। इससे जेनेटिक तरीके से होने वाली टीबी से निजात मिलेगा।
  • फेफड़ों को हेल्दी रखने के लिए लहसुन, तुलसी, नींबू,संतरा, पपीता, तरबूज, पालक , अदरक, कच्ची हल्दी और गिलोय का सेवन करे।
  • अखरोट और लहुसन का पेस्ट बना लें। इसके बाद कढ़ाई में गाय का घी डालकर इसमें थोड़ी सी अजवाइन, जीरा, हींग डाल दें और लहसुन और अखरोट को डालकर हल्का भुन लें। इसे 2-2 चम्मच खाएं।
  • लौकी की सब्जी खाएं।
  • लौकी का सूप पिएं। पुदीना, धनिया और लौकी का पेस्ट बनाकर गाय के घी में जीरा, अजवाइन और हींग डालकर भुन लें।
  • संतरा का सेवन खाली पेट खाएं।
  • नारियल का पानी में शहद के साथ ले लें।

इसे भी पढ़ें-

कब्ज की समस्या से निजात दिला सकते हैं ये आयुर्वेदिक और घरेलू नुस्खे

Disclaimer: sehatraag.com पर दी गई हर जानकारी सिर्फ पाठकों के ज्ञानवर्धन के लिए है। किसी भी बीमारी या स्वास्थ्य संबंधी समस्या के इलाज के लिए कृपया अपने डॉक्टर की सलाह पर ही भरोसा करें। sehatraag.com पर प्रकाशित किसी आलेख के अाधार पर अपना इलाज खुद करने पर किसी भी नुकसान की जिम्मेदारी संबंधित व्यक्ति की ही होगी।